इंद्रप्रस्थ इंजीनियरिंग कॉलेज में भव्य दीक्षांत समारोह का आयोजन सफलता पूर्वक संपन्न हुआ।

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इंद्रप्रस्थ इंजीनियरिंग कॉलेज के दीक्षांत समारोह में 571 छात्रों को मिली डिग्री, खिले चेहरे
-प्रो. डॉ. जे.पी. पांडे ने छात्रों को दिया आत्मविकास और तकनीकी नवाचार का संदेश

साहिबाबाद। इंद्रप्रस्थ इंजीनियरिंग कॉलेज, साहिबाबाद शुक्रवार को भव्य दीक्षांत समारोह का आयोजन सफलता पूर्वक संपन्न हुआ। यह समारोह कॉलेज के सिल्वर जुबली वर्ष के अंतर्गत आयोजित किया गया। कार्यक्रम का शुभारंभ डॉ. एपीजे अब्दुल कलाम टेक्निकल यूनिवर्सिटी लखनऊ के कुलपति प्रो. (डॉ.) जे.पी. पांडे, राजकीय इंजीनियरिंग कॉलेज बांदा के निदेशक प्रो. (डॉ.) एस.पी. शुक्ला, संस्थान के चेयरमैन विष्णु शरण, वाइस चेयरमैन पुनीत अग्रवाल, निदेशक डॉ. अजय कुमार, आकांक्षा अग्रवाल एवं रजिस्ट्रार डॉ पंकज राणाद्वारा संयुक्त रूप से दीप प्रज्वलन कर किया गया।
समारोह में ए.के.टी.यू. से संबद्ध बी.टेक 2024 बैच के 571 छात्र-छात्राओं को डिग्री प्रदान की गई। कुलपति प्रो. (डॉ.) जे.पी. पांडे द्वारा छात्र-छात्राओं को डिग्री प्रदान की गई।
इस दौरान मुख्य अतिथि प्रो. डॉ. जे.पी. पांडे ने छात्र-छात्राओं को संबोधित करते हुए आत्मविकास, निर्णय क्षमता और तकनीकी उन्नयन के महत्व पर प्रकाश डाला। उन्होंने कहा कि प्रत्येक छात्र को स्वयं की चुनौतियों को स्वीकार कर उन्हें पार करने की दिशा में निरंतर प्रयास करना चाहिए।
उन्होंने श्रीमद्भगवद्गीता के प्रथम श्लोक का उल्लेख करते हुए समझाया कि जीवन की वास्तविक चुनौतियों का सामना कैसे किया जाए। डॉ. पांडे ने कहा कि व्यक्ति को अपने निर्णयों पर अडिग रहना चाहिए, चाहे वे निर्णय सही साबित हों या गलत। किसी भी कार्य को करते समय डर या संकोच नहीं होना चाहिए और उसमें पूरी निष्ठा और संलग्नता के साथ कार्य करना चाहिए। उन्होंने यह भी कहा कि चुनौतियां और अवसर दोनों हमारे पास होते हैं, आवश्यकता केवल सतत प्रयास की होती है। लक्ष्य की प्राप्ति में सफलता या असफलता से अधिक महत्वपूर्ण है प्रयास की निरंतरता।
तकनीकी क्षेत्र में हो रहे तीव्र बदलावों का उल्लेख करते हुए उन्होंने आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस का उदाहरण दिया और बताया कि जिस प्रकार एआई स्वयं को लगातार अपडेट कर रहा है, उसी प्रकार युवाओं को भी स्वयं में परिवर्तन लाकर नई तकनीकों के साथ कदम से कदम मिलाकर चलना होगा। तभी हम वर्ष 2047 तक विकसित भारत के स्वप्न को साकार कर सकेंगे।
आपको बताते चले की दीक्षांत समारोह में बी.टेक की कुल छह शाखाओं कंप्यूटर साइंस इंजीनियरिंग, इलेक्ट्रॉनिक्स एंड कम्युनिकेशन इंजीनियरिंग, मैकेनिकल इंजीनियरिंग, डाटा साइंस, आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस एंड मशीन लर्निंग, तथा इनफॉर्मेशन टेक्नोलॉजी के 571 छात्रों को डिग्री दी गई है।
हर शाखा के तीन शीर्ष छात्रों को विशिष्ट सम्मान स्वरूप गोल्ड, सिल्वर और ब्रॉन्ज मेडल प्रदान किए गए। इस अवसर पर कुल छह गोल्ड, छह सिल्वर, और छह ब्रॉन्ज मेडल प्रदान किए गए।
बी.टेक 2024 बैच के 250 छात्रों ने प्रथम श्रेणी विशेष योग्यता, 270 छात्रों ने प्रथम श्रेणी, तथा तीन छात्रों को ऑनर्स की उपाधि प्राप्त हुई।
इस अवसर पर प्रो डॉ मीनाक्षी शर्मा, डॉ विजई सिंह,डॉ कुमुद, डॉ सुधीर, डॉ पूजा त्रिपाठी, डीआर जुगल किशोर, डॉ नीतू गोयल, डॉ एसपी सिंह, डॉ नीता वर्मा, डॉ रागनी,डॉ महजबीन,डॉ तनवीर,डॉ कात्यायनी,डॉ विकाश गुप्ता,अजय चौधरी आदि मौजूद रहे।